
2025 गर्मी ने तोड़ दिए रिकॉर्ड –
ठंडे रहें, सुरक्षित रहें!
2025 गर्मी ने तोड़ दिए रिकॉर्ड – ठंडे रहें, सुरक्षित रहें! भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने Warning जारी करते हुए बताया है कि गर्मी की शुरुआत होते ही पूर्वी और पश्चिमी भारत में असामान्य तरीके से भीषण गर्मी की स्थिति पैदा हो गई है और कई क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तक पहुंच गया।
भीषण गर्मी वाले क्षेत्रों में विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, ओडिशा, सौराष्ट्र, कच्छ, तेलंगना और रायलसीमा शामिल हैं। ओडिशा के झारसुगुड़ा में शुक्रवार को देश का सबसे अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार को ओडिशा के ही बौध में देश का सबसे अधिक तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
देश के कई राज्यों में गर्मी का पारा बढ़ गया है, जिसमें झारखंड, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और महाराष्ट्र शामिल हैं. तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच चुका है
- पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश व बिहार में अगले एक हफ्ते के दौरान तेज हवाएं और धूल भरी आंधी चलने की भी आशंका है। दक्षिण में तेलंगाना में 18 मार्च तक ऐसी स्थिति बनी रहेगी।
- अगले एक हफ्ते के दौरान कम से कम दो पश्चिमी विक्षोभ हिमालय से गुजरेंगे। इसके असर से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है। आज पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश व राजस्थान के कई इलाकों में बादल छाए रहने व कहीं-कहीं बारिश होने के भी आसार हैं।
- गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिमी राजस्थान सहित समूचे पश्चिमी भारत में भी अगले 3-4 दिनों के दौरान 2 से 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है जबकि, छत्तीसगढ़ सहित मध्य भारत में अगले 3 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कम से कम 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की संभावना है और उसके बाद तापमान स्थिर रहेगा।
पश्चिम बंगाल में भीषण लू जारी
कोलकाता में न्यूनतम तापमान 26.3°C, सामान्य से 3.7°C अधिक है.अधिकतम तापमान 34.1°C, सामान्य से 5°C अधिक है.IMD ने 18 मार्च तक लू की स्थिति जारी रहने की चेतावनी दी. 20 मार्च के बाद हल्की बारिश की संभावना
ओडिशा में भी लू का प्रकोप
झारसुगुड़ा सबसे गर्म, 41.8°C तापमान है.संबलपुर, मयूरभंज, अंगुल, बोलांगीर और टिटलागढ़ में 40°C के पार है.IMD ने 13-17 मार्च के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया .
हीटवेव क्या होता है
जब किसी स्थान का अधिकतम तापमान 40°C या उससे अधिक हो, तो उसे हीटवेव कहा जाता है.यदि सामान्य तापमान से 4.5°C से 6.4°C अधिक हो, तो हीटवेव घोषित की जाती है. यदि तापमान सामान्य से 6.4°C से अधिक हो, तो गंभीर हीटवेव होती है. समुद्री इलाकों में हीटवेव तब मानी जाती है, जब तापमान 37°C या अधिक हो.
मार्च से जून के बीच सूर्य पृथ्वी के करीब आता है, जिससे धरती पर सूर्य की किरणें अधिक सीधी और तेज पड़ती हैं, जिससे गर्मी बढ़ती है.
वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य ग्रीनहाउस गैसों की मात्रा बढ़ने से पृथ्वी का तापमान बढ़ता है, जिससे गर्मी अधिक महसूस होती है.
जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम के पैटर्न में बदलाव आते हैं, जिससे गर्मी की अवधि बढ़ सकती है और गर्मी अधिक हो सकती है.
गर्मी से बचने के लिए क्या करें?
- दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक बाहर न निकलें
- हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें
- भरपूर पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें
- घर से बाहर निकलते समय सिर को ढककर रखें
- बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें
- ज़्यादा शारीरिक श्रम करने से बचें.
- गर्मियों में पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है, इसलिए गरिष्ट भोजन जैसे- मांस, अंडा, सूखे मेवे व तला-भुना भोजन अवॉयड करें.
- दिन में कम से कम 2 बार नहाएं.
- गर्मी से होने वाली थकावट या हीटस्ट्रोक से बचने के लिए नियमित रूप से घर के अंदर या छायादार स्थान पर विश्राम करें.
- अपने पैरों को ठंडे पानी में डुबोएं.
- पेपरमिंट, एलो वेरा, छाछ या दही का सेवन करें.